देवरिया में नरसंहार के मामले में कई अधिकारियों पर गाज गिरी है। मामले में कई अधिकारियों को स्थानांतरित निलंबित किया गया है। एसडीएम सीओ व दो तहसीलदार तथा कोतवाल सहित 12 निलंबित किए गए हैं। तीन लेखपाल एक हेड कांस्टेबल चार कांस्टेबल 02 हल्का प्रभारी व 01 थाना प्रभारी निलंबित किए गए हैं। मामले में मुख्यमंत्री ने सख्त रुख अपनाए हैं।
देवरिया, Deoria Murder Case: देवरिया में एक हत्या के बदले पांच लोगों के कत्ल किए जाने के मामले में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने बड़ा एक्शन लिया है। जनपद देवरिया के रुद्रपुर के फतेहपुर गांव में एक परिवार के पांच लोगों की निर्मम हत्या के मामले में गुरुवार को एसडीएम, सीओ व दो तहसीलदार तथा कोतवाल सहित 12 कर्मियों को निलंबित कर दिया गया है। घटना दो अक्टूबर के दिन हुई थी
इन पर हुई कार्रवाई
उपजिलाधिकारी योगेश कुमार गौड़ एवं क्षेत्राधिकारी रुद्रपुर जिलाजीत के अलावा हेड कांस्टेबल राजेश प्रताप सिंह, कांस्टेबलअवनीश चौहान, हल्का प्रभारी/ उपनिरीक्षक जय प्रकाश दुबे व प्रभारी निरीक्षक नवीन कुमार सिंह को निलंबित किया गया है। इसके साथ ही पूर्व में आइजीआरएस के संदर्भों में निस्तारण में लापरवाही के लिये उत्तरदायी पाए जाने पर कांस्टेबल कैलाश पटेल, कांस्टेबल राम प्रताप कन्नौजिया, सुभाष यादव एवं उप निरीक्षरक सुनील कुमार, पूर्व प्रभारी निरीक्षक, रूद्रपुर को निलंबित किया गया है।
इसके अलावा पूर्व में उपजिलाधिकारी रहे राम विलास, ओम प्रकाश, ध्रुव शुक्ला एवं संजीव कुमार उपाध्याय के विरुद्ध विभागीय कार्यवाही की जाएगी। सेवानिवृत्त तहसीलदार वंशराज राम एवं सेवानिवृत्त राजस्व निरीक्षक रामानन्द पाल के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई शुरू हो गई है। इसके अलावा अभय राज (वर्तमान में निलंबित तहसीलदार) को अतिरिक्त आरोप पत्र जारी किया गया है।
दूसरी तरफ रामाश्रय तत्कालीन तहसीलदार, सम्प्रति तहसीलदार जनपद बलरामपुर को निलंबित करते हुए विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए गए हैं। इसके अलावा केशव कुमार तहसीलदार रूद्रपुर को निलंबित करते हुए विभागीय की गई है। तत्कालीन क्षेत्राधिकारी, रूद्रपुर दिनेश कुमार सिंह यादव के भी विरुद्ध विभागीय कार्रवाई की गई है।
क्या कहते हैं अधिकारी
जिलाधिकारी अखंड प्रताप सिंह ने बताया कि रुद्रपुर के फतेहपुर गांव में एक परिवार के पांच लोगों की निर्मम हत्या के मामले में शासन से एसडीएम,सीओ व दो तहसीलदार तथा कोतवाल सहित 12 कर्मियों को निलंबित किया गया है। शासन के आदेश का अनुपालन कराया जाएगा।